आपकी कुंडली में राहु ग्रह का दोष है तो आप उसे कैसे पहचानेंगे, हम बता रहे हैं राहु दोष के लक्षण और उसके उपाय, आजमा कर देखिए, राहु दोष कम हो जाएगा।
New Delhi, Oct 20: हमारी धार्मिक मान्यताओं में कई ऐसे ग्रहों के बारे में बताया गया जो बुरे प्रभाव वाले हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक हर कोई किसी न किसी ग्रह दोष से परेशान रहता है। जिसके कारण उसके जीवन में समस्याएं बनी रहती है। इनसे बचने के लिए उपाय करने होते हैं। लेकिन जब तक आप यह नही जान पाएगे कि कौन सा ग्रह का दोष है। तब तक न तो उस ग्रह को शांत कर सकते है न ही आप समस्याओं से निजात पा सकते है। वैसे तो कुछ ग्रह हैं जिनका बुरा प्रभाव होता है, लेकिन हम बात करेंगे राहु ग्रह और उसके दोष के बारे में।
पाप का राजा कहते हैं राहुल को
राहु को पाप का राजा माना जाता है. नौ ग्रहों में इसका प्रभाव बुरा माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक कुंडली में राहु, केतु, और शनि को बुरें प्रभावों का जनक माना जाता है। अगर कुंडली में राहु दोष है तो ये आपको बुरे प्रभाव देगा। समस्या ये है कि आप कैसे पहचानेगे कि राहु दोष है। तो हम आपको बताते है कि किन लक्षणों से आप जान सकते है कि राहु दोष है कि नही।
राहु दोष के लक्षण
राहु के दोष के बारे में पता लगाने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत नहीं है। अगर आपकी कुंडली में राहु ग्रह का दोष है तो आपको मानसिक तनाव, आर्थिक नुकसान, खुद को ले कर ग़लतफहमी, आपसी तालमेल में कमी, बात बात पर गुस्सा आना, अपशब्द बोलना साथ ही अगर आपकी कुंडली में राहु ग्रह की स्थिति अशुभ हो तो आपके हाथ के नाखून अपने आप टूटने लगते हैं।
काफी खतरनाक है राहु
इसके अलावा भी राहु के दोष के कई और लक्षण हैं, जैसे वाहन दुर्घटना, पेट में कोई समस्या, सिर में दर्द होना, खाने में बाल दिखना, अपयश की प्राप्ति, संबंधों का ख़राब होना, दिमागी संतुलन ठीक नहीं रहता है, दुश्मनों की तरफ से परेशान रहना, ये सारे लक्षण इस बात की संकेत करते हैं कि आपकी कुंडली में राहु का दोष है। ऐसा लगातार हो रहा है तो फौरन राहु दोष निवारण शुरू कर दें।
राहु का दोष और उपाय
अगर आप भी इन सारी समस्याओं से परेशान है तो जाहिर तौर पर राहु खराब है, उसके लिए कुछ उपाय हैं, इन उपायों को अपनाकर आप अपनी कुंडली से राहु को शांत कर सकते है। राहु की शांति के लिए शु्क्रवार के दिन गोमेद धारण करें। अगर आपकी कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में हो तो शांति के लिए राहु के बीजमंत्र का 18000 बार जप करें। राहु बीज मंत्र—ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
राहु यंत्र की स्थापना
राहु दोष को शांत करने के लिए आप अपने घर के पूजा-स्थल में राहु यंत्र की स्थापना करें और रोज इसकी विधि-विधान से पूजा करें। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा। अगर आपका राहु खराब है तो शनिवार के दिन व्रत करें। इससे राहु ग्रह का दुष्प्रभाव कम होता है। साथ ही इस दिन कौए को माछी रोटी खिलाएं। इसके साथ ही ब्राह्मणों या गरीबों को चावल खिलाए। गरीब व्यक्ति की कन्या की शादी करनी चाहिए।
सिरहाने पर रखें जौ
राहु दोष के निवारण के लिए आप सोते समय अपने सिरहाने जौ रख सकते हैं। सुबह इनका दान कर दें। ऐसा करने से राहु शांत हो जाता है। माता सरस्वती की पूजा करें। साथ ही रोज ऊं ऐं सरस्वतयै नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। तांबे के बर्तन में गुड, गेहूं भरकर बहते जल में प्रवाहित करें। इससे भी राहु थोड़ा शांत रहता है। ये उपाय करने से निश्चित तौर पर फायदा होगा।
सरस्वती की पूजा
राहु दोष से निपटने के लिए माता सरस्वती के चरणों में 6 दिन लगातार नीलें रंग के फूल की माला बनाकर चढाएं। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा। राहु के प्रकोप से बचने के लिए खाने में लहसुन, प्याज और मसूर न लें। इससे भी राहु के दोष में अंतर पड़ता है। ये सारे उपाय अपना कर देखिए, आपकी कुंडली से राहु दोष निकल जाएगा। आपके बिगड़े काम बनने लगेंगे।
भोलेनाथ का भक्त है राहु
कहा जाता है कि राहु भगवान भोलेनाथ का परम भक्त है, उसके ग्रह दोष की शांति के लिए आप महादेव की आराधना भी कर सकते हैं। भोलेनाथ तो वैसे ही भोले हैं, वो अपने भक्तों का दुख देख नहीं पाते हैं। वो निश्चित तौर पर आपकी सहायता करेंगे, भोलेनाथ की नियमित पूजा करिए, इस से राहु का दोष धीरे धीरे कम होने लगेगा। राहु दोष से मुक्ति के लिए परेशान शख्स को भोले शंकर की पूजा जरूर करनी चाहिए।