सभी ग्रहों में शनि देव को सबसे ज्यादा प्रभावशाली ग्रह माना गया है । साढ़ेसाती और ढैया के दुष्प्रभाव और कोप का भाजन बनने से सभी डरते हैं ।
New Delhi] Oct 27 : न्याय के देव शनिदेव, सभी देवों में सबसे क्रोधी स्वभाव के माने जाते हैं । किसी भी मनुष्य पर यदि शनि अपनी नजर टेढ़ी कर लें तो समझिए जीवन में मुश्किलों का आगमन शुरू हो गया । गुरुवार से शनि ग्रह ने राशि परिवर्तन किया है । शनि की चाल बदलने का कुछ राशियों पर शुभ असर है तो कुछ पर इसका नकारात्मक असर भी पड़ने वाला है । आइए जानते हैं शनि की चाल बदलने से किस राशि के लोग उनके कोप का भाजन बनने वाले हैं और किसका भाग्योदय होने वाला है ।
शनि ने किया धनु राशि में प्रवेश
26 अक्टूबर यानी गुरुवार दोपहर 3:24 मिनट पर शनि अपनी सम राशि धनु में प्रवेश कर चुके हैं । वृश्चिक राशि से निकल कर शनि ने दोबारा धनु राशि में प्रवेश किया है । ज्योतिष के जानकारों के अनुसार शत्रु राशि वृश्चिक को छोड़कर सम राशि धनु में शनि का यह प्रवेश काफी उथल पुथल वाला रहने वाला है । इस चाल परिवर्तन से कुछ राशियों के जातकों का जीवन पूरी तरह बदल जाएगा ।
24 जनवरी 2020 तक शनि धनु राशि में ही रहेंगे
शनि की ये बदली चाल अगले दो साल तीने महीने यानी 24 जनवरी 2020 तक रहेगी । इस दौरान शनि अपनी सम राशि धनु राशि में ही चलायमान रहेंगे । ज्योतिष के जानकारों के अनुसार इन दो सालों के समय में धनु राशि में ही शनि दो बार वक्री होंगे और दो बार मार्गीय होंगे । शनि के इस राशि परिवर्तन से राशियों पर चली आ रही शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती समाप्त हो जाएगी ।
इन राशियों को मिलेगा लाभ
धनु राशि में शनि के आने से मेष और सिंह राशि पर चली आ रही ढैय्या समाप्त हो गई है । इन दो राशियों पर ढाई साल से शनि की ढैय्या चल रही थी । इसके अलावा तुला राशि के जातकों के लिए भी खुशखबरी है । उन पर चढ़ी शनि की साढ़े साती भी गुरुवार को समाप्त हो गई है । सालों से कष्ट झेल रहे इन राशियों के जातक अब आने वाले सालों में सुख से रहेंगे ।
मेष, सिंह और तुला राशि पर होगी शनि की कृपा
ढैय्या और साढ़ेसाती का प्रभाव खत्म होते ही इन तीनों राशियों के जातकों को शनि की कृपा मिलेगी और इन्हें लाभ मिलेगा । मेष, सिंह और तुला राशि पर शनि की कृपा दोबारा से मिलने से इन जातकों के सारे बिगड़े काम बनने लगेंगे । आने वाले वर्षों में इस राशि के लोगों को धन लाभ के प्रबल संकेत हैं। परिश्रम करने से सफलता इनके कदम जरूर चूमेगी ।
इन राशियों पर भारी होंगे आने वाले साल
बताई गई तीन राशियों के अलावा मिथुन, कर्क, मीन और कुंभ राशि वालों के लिए भी ये परिवर्तन लाभप्रद है । लेकिन बाकी बची राशियों पर शनि की कृपा नहीं कोप बरसेगा । मकर राशि पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव शुरू हो गया है तो वहीं वृषभ और कन्या राशि के जातकों के लिए शनि की ढैया शुरू हो गई है । इन राशि के लोगों के लिए आने वाला समय कष्टकारी रहने वाला है ।
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का असर
शनि की ना साढ़े साती अच्छी और ना ढैय्या । साढ़े साती जहां साढ़े 7 वर्ष तक साथ रहती है तो वहीं ढैय्या ढाई वर्ष तक कष्ट झिलाती है । शनि देव ने मनुष्यों को ही नहीं त्रेता युग में श्री राम और रावण को द्वापर युग में द्रोपदी को भी कष्ट दिए थे । भगवान राम पर साढ़े साती चढ़ी तो उन्हें वनवास हो गया । रावण पर जब इसका प्रभाव पड़ा तो उसे युद्ध में पराजय मिली । द्रोपदी की मति भ्रष्ट हुई तो उन्होने कुवचन बोले ।
इस मंत्र से दूर होगी शनि की साढ़ेसाती
अब आपको बताते हैं वो कौन सा मंत्र है जिसके जप से आपके ऊपर से शनिदेव का प्रकोप खत्म हो जाएगा । शनि मंत्र – शनि की साढ़े साती’ हो या ढैय्या , हर शनिवार शनि मंत्र का जाप करना विशेषफलदायी होता है । शनिदेव का मंत्र है – ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’। आप इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें । शनि की साढ़ेसाती में चंद्रमा का भी विशेष योग होता है । शनि की साढ़े साती रहने पर आप मानसिक रूप से परेशान रह सकते हैं ।
तेल का दान या छाया दान करें
शनि कुपित ना हों, उन्हे शांत रखने के लिए तेल का दान सर्वोत्तम माना गया है । तेल का दान छाया दान की तरह करें । इसके लिए एक कटोरी में तेल लेकर उसमें स्वयं को देखें और अब इस तेल को दान करें । साढ़ेसाती जरूर टल जाएगी । इसके अलावा आप पर शनिदेव की कृपा होगी अगर आप मध्यमा उंगली में लोहे का एक छल्ला पहनेंगे । काले घोड़े की नाल से बना छल्ला पहनना भी शास्त्रों में श्रेष्ठ बताया गया है ।