शास्त्रों में कुछ मंत्र बताए गए हैं, जिनके जाप से ना सिर्फ मानसिक शांति मिलती है बल्कि मनुष्य की समस्त इच्छाएं पूरी हो जाती हैं ।
New Delhi, Nov 13 : ‘मंत्र’ का अर्थ है मन को एक तंत्र में साधना । यानी इनकी आवश्यकता जीवन में तब पड़ती है जब व्यक्ति निराशा से घिर गया हो और हताश होकर जिंदगी से हार मान चुका है । हिंदू धर्म शास्त्रों में कई ऐसे मंत्र बताए गए हैं जिनके प्रभाव चमत्कारी हैं । इनका प्रभाव कभी निष्फल नहीं हो सकता । चिंता से घिर गए हैं और कोई राह नजर ना आ रही हों तो एक बार इन मंत्रों का जाप करके जरूर देखें ।
3 तरह के होते हैं मंत्र
मंत्रों के भी प्रकार होते हैं । ये 3 तरह के होते हैं सात्विक, तांत्रिक और साबर मंत्र । इन मंत्रों का जप अलग-अलग आवश्कताओं में किया जाता है । सात्विक मंत्र रोज जपने वाले मंत्रों को कहा जाता है ।। तांत्रिक मंत्रो का उच्चारण विशेष साधना की सिद्धि में किया जाता है । वहीं साबर मंत्र खास प्रकार के मंत्र होते हैं जो अचूक असर वाले होते हैं ।
कैसे करें मंत्रों का जाप
मंत्रों में बहुत शक्ति होती है, इनके जाप के समय सावधानी रखनी चाहिए । जप या स्मरण करते हुए पवित्रता का ध्यान जरूर रखें । स्वच्छ वस्त्र पहनकर बैठें । जिस भी आसन पर बैठें वो साफ हो, जमीन में बैठकर जाप नहीं करना चाहिए । इनके स्मरण मात्र से ऊर्जा का संचार होता है, यदि आप सही अवस्था में नहीं हैं तो इनसे आपकों कोई फल् नहीं प्राप्त होगा ।
गृह कलेश में जपें ये मंत्र
ॐ श्रीकृष्णाय शरणं मम। या कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:॥ इस मंत्र को प्रतिदिन जपने से गृह कलेश खत्म होते हैं और परिवार में खुशियों का आगमन होता है । रूठे हुए मित्र जन, परिचार जन आपकी ओर पुन: लौटने लगते हैं । श्रीकृष्ण का ध्यान करने के बाद अन्य किसी देवी-देवता को नहीं स्मरण करना चाहिए ।
मन की शांति के लिए जपें राम का नाम
राम… राम… राम….स्वयं भगवान हनुमान राम नाम का जाप करते हैं । शास्त्र कहते हैं राम नाम से बड़ा कोई मंत्र नहीं । इस मंत्र को अगर शांत चित्त से जपा जाए तो दिमाग को सुकून की प्राप्ति होती है और हृदय एकाग्र होता है । समस्त चिंताओं से मुक्ति मिलती है । रोजमर्रा की परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए राम नाम का जाप दिन में एक बार 10 से 15 मिनट के लिए जरूर करें ।
हर चिंता से मुक्ति दिलाएंगे भोलेनाथ
ॐ नम: शिवाय … बेहद आसान सा मंत्र है ये भोलेनाथ को प्रसन्न करने का । इस मंत्र का जप सुबह शाम की संध्या के वक्त करने से चित्त शांत होता है और मन को शीतलता प्राप्त होती है । शिव मंदिर में जाकर शिव का जलाभिषेक करते हुए इस मंत्र का जाप करें । मात्र तीन शब्दों से बना ये मंत्र महामंत्र है और शिव को प्राप्त करने का साधन ।
संकट से बचाएगा ये मंत्र
ॐ हं हनुमते नम: … संकटमोचक हनुमान का ये मंत्र व्यक्ति को डर, घबराहट से बचाता है । वो लोग जिनके ग्रह कमजोर हैं और उन पर हवाओं का भी असर होता है वो इस मंत्र का जाप प्रतिदिन करें । ये मंत्र व्यक्ति का डर निकालकर उसे आत्मविश्वास से भरता है और किसी भी कठिनाई से बचने के लिए साहस प्रदान करता है । आत्मविश्वास की कमी लगे तो इस मंत्र का जाप जरूर करें ।
गृह शांति, सुख और समृद्धि का मंत्र
गृहस्थ जीवन में उथल-पुथल मची हो तो विष्णु के मंत्र आपकी सहायता करेंगे । पहला मंत्र इस प्रकार है इसका जप करने से संबंध मधुर होंगे – ॐ नमो नारायण। या श्रीमन नारायण नारायण हरि-हरि।
दूसरा मंत्र – ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।
तीसरा मंत्र – ऊं नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
विष्णु के ये भी हैं मंत्र
चौथा मंत्र इस प्रकार है – त्वमेव माता च पिता त्वमेव। त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।। त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव। त्वमेव सर्व मम देवदेव।।
पांचवां मंत्र – शांताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशम्। विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्।।
लक्ष्मीकान्तंकमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्।वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।।
पीले फूल और पीला वस्त्र चढ़ाकर किसी भी एक मंत्र का जाप करने से घर में सुख और समृद्धि बनी रहेगी ।