टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने धोनी का समर्थन करते हुए मौजूदा कप्तान विराट कोहली की खूब तारीफ की है।
New Delhi, Nov 19 : पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी जब आलोचनाओं में घिरे, तो कप्तान कोहली तुरंत उनके लिये खड़े हो गये। न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टी-20 सीरीज के बाद कप्तान कोहली ने धोनी के आलोचकों की बोलती बंद कर दी थी। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने धोनी का समर्थन करते हुए मौजूदा कप्तान विराट कोहली की खूब तारीफ की है। दरअसल टी-20 क्रिकेट में धोनी का बल्ला पिछले काफी समय से खामोश है, जिसकी वजह से वो आलोचकों के निशाने पर हैं।
गांगुली ने की विराट की तारीफ
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने विराट की तारीफ करते हुए कहा कि वो बेहतरीन कप्तान हैं, मुझे नहीं पता कि वो ड्रेसिंग रुम में क्या करते हैं, या रणनीतिक तौर पर क्या करना चाहते हैं, क्योंकि मैं टीम से काफी दूर हूं, मुझे ये भी नहीं पता कि वो टीम बैठक में क्या बोलते हैं, लेकिन जिस तरह से वो अपने खिलाड़ियों का ख्याल रखते हैं, उनके समर्थन में आगे खड़े होते हैं, वो असाधारण है।
विराट ने धोनी को बदल दिया
सौरव गांगुली ने आगे बोलते हुए कहा कि मैं धोनी के बारे में बोलता रहता हूं, मैंने माही के लिये विराट के अंदर जो देखा है, वो शानदार है, एक चैंपियन खिलाड़ी जो शायद अपने करियर के अंतिम चरण में है, लेकिन जैसे ही कप्तान कोहली ये कहते हैं, कि ये शानदार और फिट खिलाड़ी हैं, और मैं उन्हें खिलाना चाहता हूं, आप इस वक्तव्य से उस खिलाड़ी को बदल देते हैं, उनके अंदर आत्मविश्वास पैदा होता है।
अगरकर और लक्ष्मण ने दिया था सलाह
आपको बता दें कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 मैच में धोनी ने धीमी बल्लेबाजी की, जिसकी वजह से टीम इंडिया ने मैच गंवा दिया, इस मुकाबले के बाद पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा था कि धोनी एकदिवसीय क्रिकेट के लाजबाव खिलाड़ी हैं, अब उन्हें टी-20 से सन्यास ले लेना चाहिये और वनडे क्रिकेट में फोकस करना चाहिये। लक्ष्मण के इस बयान का अजीत अगरकर ने भी समर्थन किया था।
विराट ने आलोचकों को दिया था जवाब
हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में धोनी कुछ खास नहीं कर सके थे, जिसके बाद एक बार फिर से वो आलोचकों के निशाने पर आ गये, कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने भी उन्हें सन्यास लेने और युवा खिलाड़ियों को चांस देने की बात कही थी, तभी विराट कोहली ने धोनी के आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा था कि माही पूरी तरह से फिट हैं, वो टीम में हर तरह से योगदान देते हैं, उन्हें कब क्रिकेट से सन्यास लेना है, ये फैसला करने का हक सिर्फ उन्हें है, और किसी को नहीं।
कपिल देव ने भी किया था बचाव
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी माही का बचाव किया था, उन्होने कहा था कि धोनी भारत के सबसे सफल विकेटकीपर हैं, विकेटों के पीछे स्टंपिंग के मामले में माही से बेहतर और कोई नहीं है, हर बार टीम को मैदान पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के लिये उन्हें दोषी ठहराया जाना उचित नहीं है, विराट को उनका बचाव करने की आवश्यकता नहीं है, वो फिट हैं और कुछ सालों का क्रिकेट उनके अंदर बचा है।
मुख्य कोच शास्त्री भी समर्थन में उतरे
टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री भी धोनी के समर्थन में उतरे, उन्होने कहा कि धोनी पर टिप्पणी करने से पहले लोगों को अपने करियर को देखना चाहिये, उनमें अभी काफी क्रिकेट बाकी है, ये टीम कि जिम्मेदारी है, कि वो इस खिलाड़ी का समर्थन करें, आपको बता दें कि ऐसा माना जाता है कि शास्त्री और धोनी के बीच नहीं बनती है, लेकिन इस बार उन्होने उनका समर्थन किया है।
धोनी और कोहली की दोस्ती प्रगाढ
पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान विराट कोहली ने कहा था कि कुछ लोग चाहते हैं कि हम दोनों के बीच झगड़ा हो जाएं, लेकिन हमारी दोस्ती और ज्यादा प्रगाढ हुई है। उन्होने माही के क्रिकेटीय समझ की तारीफ करते हुए कहा कि मैदान पर जब आप उनसे सलाह मांगोगे तो वो बेहतरीन सलाह देंगे। 10 मौकों पर अगर वो आपको कोई फैसला लेने के लिये कहते हैं, तो 8 या 9 बार अच्छा साबित होता है।
टेस्ट क्रिकेट से ले चुके हैं सन्यास
आपको बता दें कि पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं, अब वो सिर्फ सीमित ओवरों के खेल में ही मैदान पर दिखते हैं। हालांकि टी-20 में उनका रिकॉर्ड कोई खास नहीं रहा है, जिसकी वजह से वो बार-बार आलोचकों के निशाने पर आ जाते हैं। जबकि कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि माही की मैदान में मौजूदगी ही एक बड़ा फैक्टर है, उनके मैदान में रहने से दूसरे खिलाड़ियों में आत्मविश्वास और विरोधी टीम पर दबाव रहता है।