दुनिया रहस्यों से भरपूर है और ऐसे ही रहस्य छिपे हैं समुद्र की तलहटी में । कुछ सालों पहले प्रशांत महासागर से कुछ ऐसा ही मिला जिसे जानना दिलचस्प होगा ।
New Delhi, Nov 24 : मीलों तक फैला समुद्र ना जाने कितने समुद्री जीवों का घर है । ये समुद्र अपने अंदर कई रहस्यों को समाए हुए है । इसकी तलहटी में कई ऐसे राज छुपे हुए हैं जो आज तक किसी के सामने नहीं आए । समुद्र की गहराइयों तक पहुंचने वाले कई ऐसे रहस्यों से टकरा जाते हैं जिनका अस्तितव सालों से दफन है । प्रशांत महासागर की तलहटी में एक स्कूबा डाइवर को कुछ ऐसी चीजें हाथ लगीं जो रहस्यमयी थीं । उनके बारे में किसी को कुछ नहीं पता था ।
रहस्यों से भरा मार्शल आयलैंड
प्रशांत महासागर के बीच बना मार्शल आयलैंड रहस्यों से भरपूर है ये किसी जीते जागते अजूबे से कम नहीं । इसके आसपास कई ऐसे राज दफन हैं जो जानकर लोग हैरान रह जाएंगे । इस आयलैंड के आसपास समुद्र की तलहटी में कई ऐसे डार्क साइड हैं जिनके बारे में कोई नहीं जानता । मार्शल आयलैंड के आस पास बसी बस्तियां भी इस रहस्य को नहीं जानती कि इसकी तलहटी में क्या छिपा था ।
स्कूबा डाइवर रह गई दंग
मशहूर स्कूबा डाइवर Brandi Mueller दुनिया भर के समुद्रों में उतरी हैं । उनकी गहराइयों को नापा है । ऐसा ही कुछ उन्होने मार्शल आयलैंड पर भी किया । इस समुद्र में जाने की , तलहटी से तस्वीरें लाने की उनकी तमन्ना पूरी हुई । सुद्र की गहराईरूों में जब वो जाती गईं तो उन्हें ऐसी – ऐसी चीजें देखी जिसकी उन्होने कभी कल्पना तक भी नहीं की थी ।
तलहटी में मिले 100 से ज्यादा हवाई जहाज
ब्रांडी जैसे – जैसे समुद्र की गहराइयों में जा रही थीं उन्हें कुछ ऐसा नजर आने लगा जिस पर विश्वास करना बेहद मुश्किल था । ब्रांडी को समुद्र की गहराइयों में हवाई जहाजों के अवशेष मिलने लगे । पानी में और गहराई पर जाने पर इन विमानों के अवशेषों की संख्या बढ़ने लगी । समुद्र में इतना विचित्र उन्होने पहले कभी नहीं देखा था । मयूलर ने इन सब चीजों को कैमरे में कैद करने का सोचा ।
लड़ाकू विमानों के थे अवशेष
दूर से हवाई जहाज से दिख रहे ये प्लेन असल में लड़ाकू विमान थे । जिनकी सच्चाई तब पता चली जब ब्रांडी उनके करीब पहुंची । ब्रांडी इनकी तस्वीरें लेना चाहती थीं । पास से देखने पर पता चला कि ये किसी बेहद बड़े लड़ाकू विमान के अवशेष हैं । उन्होने इसकी तस्वीरें लेनी शुरू कीं । लेकिन ब्रांडी के लिए आगे और भी चौंकाने वाली चीजें थीं ।
एक के बाद एक मिले सैंकड़ो अवशेष
ब्रांडी को कुछ ही देर में ये पता चल गया कि यहां कोई एक लड़ाकू विमान नहीं था जिसे समुद्र की गहराइयों में देखा गया गया हो, बल्कि सैकड़ों ऐसे प्लेन थे जो समुद्र की तलहटी में आराम कर रहे थे । इतने सारे प्लेन को एक साथ देखकर ब्रांडी भी यही सोच रही थीं कि आखिर इतनी बड़ी तादाद में इन जहाजों को किसने डंप किया होगा । इतने सारे जहाजों का एक साथ डूबना विश्वास करने लायक नहीं था ।
एक ही जगह कैसे डूब गए 100 प्लेन
तस्वीरें लेते हुए ब्रांडी को इस बात का एहसास हुआ कि इतने प्लेन एक ही जगह पर नात तो डूब सकते हैं और ना ही ये कोई क्रेश की स्टोरी है । ब्रांडी मयूलर अब बस यही जानना चाहती थी कि आखिर ये सब किया किसने । समुद की तलहटी में क्या कोइ राज छुपाने की कोशिश की गई थी । तलहटी से ली गई तस्वीरों को ब्रांडी ने आयलैंड के आसपास के लोगों को भी दिखाया, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया ।
अमेरिकन मिलिट्री से किया संपर्क
ब्रांडी ने समु्रद के अंदर जिन जहाजों को देखा था वो अमेरिकी बेड़े के जहाज थे, इसलिए उन्होने इस संबंध में अमेरिकी मिलिट्री से ही संपर्क साधा । बहुत खोजबीन के बाद वो ये पता लगाने में कामयाब हो ही गईं कि ये जहाज दूसरे विश्व युद्ध के समय के हैं । अमेरिका ने जापान को हराने से बाद 150 के लगभग जहाजों को समुद्र में डुबाने का फैसला किया था ।
जमीन की कमी के चलते आर्मी में किया ऐसा काम
करीब 100 लड़ाकू विमानों के साथ यहां कुछ कार्गों जहाजों को भी डुबो दिया गया था । ऐसा बताया गया कि जमीन की कमी होने के चलते ऐसा करना जरूरी था । उनको रखने की जगह देश के पास थी नहीं और युद्ध खत्म होने के बाद ये मशीनें देश के लिए बोझ से कम नहीं थीं । ब्रांडी मयूलर की इस खोज ने द्वितीय विश्व युद्ध का ऐसा राज खोल दिया जो कोई नहीं जानता था ।