खिचड़ी को लेकर हो रही चर्चा के बीच हम आपको इसके फायदे बता रहे हैं। हमारी बॉडी के लिए खिचड़ी बहुत जरूरी होती है। पढ़िए इसके फायदे
New Delhi, Nov 03: खिचड़ी इन दिनों चर्चा में हैं. भारत के नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं होता है तो वो कभी गधे, तो कभी कुत्तों और अब खिचड़ी को लेकर बात करने लगते हैं। बहरहाल खिचड़ी की बात कर रहे हैं तो इसे लेकर हिंदुस्तानी क्या सोचते हैं ये भी पता होना चाहिए। ज्यादातर लोगों को लगता है कि खिचड़ी बीमार लोगों का खाना होता है। क्योंकि घर में जब भी कोई बीमार होता है तो खिचड़ी बना कर खिलाई जाती है। लोगों को लगता है कि खिचड़ी सादी और बोरिंग भोजन है। लेकिन यहीं पर लोग गलती कर देते हैं। खिचड़ी को राष्ट्रीय भोजन घोषित करने को लेकर जो चर्चा सियासी गलियारों में हो रही है उस से अलग खिचड़ी काफी फायदेमंद होती है। बॉडी के लिए खिचड़ी के इन फायदों को आप भी जान लीजिए।
खिचड़ी खाना शुरू कर देंगे
खिचड़ी के फायदों के बारे में जानकर आप इसे अपने भोजन में जरूर शामिल कर लेंगे। वैसे भी ये कोई बोरिंग खाना नहीं है। हमारे देश में खिचड़ी इतने प्रकार से बनाई जाती है कि ये स्वाद के कई स्तरों को पार कर रही है। साथ ही खिचड़ी के साथ इतने एक्सपेरिमेंट्स किए जा सकते हैं कि ये बेहद टेस्टी डिश बन जाती है। टेस्टी होने के साथ ही इसके स्वास्थ्य से जुड़े इतने फायदे हैं कि सिर्फ बीमारी में ही नहीं बल्कि बॉडी के लिए भी ये बहुत जरूरी होती है।
बेहद पौष्टिक होती है खिचड़ी
क्या आप जानते हैं कि खिचड़ी एक पौष्टिक भोजन है इसमें सभी तरह के पोषक तत्व बराबर मात्रा में मौजूद हैं। चावल, दाल और घी का मिश्रण आपको कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, डायट्री फाइबर, विटमिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फॉरस और पोटैशियम जैसे न्यूट्रिएंट्स प्रदान करता है। जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। बहुत से लोग खिचड़ी में सब्जी डाल कर खाते हैं। ऐसा करने से इसकी पौष्टिकता और बढ़ जाती है।
पचने में आसान
खिचड़ी न केवल बनाने में आसान होती है बल्कि ये पचने में भी बेहद आसान होती है। खिचड़ी को पचाना बेहद आसान होता है इसलिए यह पेट और आंत को आराम दिलाती है। यही कारण है कि बीमार होने पर मरीज को खिचड़ी खिलायी जाती है, जिसे वो आसानी से पचा लेते हैं। अगर आप मसालेदार खाने से ब्रेक लेना चाहते हैं तो आप खिचड़ी खा सकते हैं। इसके साथ ही ये छोटे बच्चे और बुजुर्गों के लिए भी अच्छा विकल्प है। नर्म होने के साथ साथ पोषक तत्व भी होते हैं।
आयुर्वेद का खिचड़ी कनेक्शन
शायद आप ये बात नहीं जानते होंगे कि खिचड़ी, आयुर्वेदिक डायट का बुनियादी खाना है। इसमें शरीर के तीनों दोष- वात, पित और कफ को बैलेंस करने की क्षमता है। इसी वजह से इसे त्रिदोषिक खाना भी कहा जाता है। शरीर को आराम दिलाने और बॉडी को डीटॉक्स करने के साथ ही खिचड़ी में मौजूद सभी सामग्रियां में शरीर का डाइजेशन, एनर्जी और इम्यूनिटी को बेहतर बनाने का परफेक्ट बैलेंस है।
ग्लूटेन से बचने का आसान तरीका
जो लोग अपने भोजन में ग्लूटेन यानि आटे से बनी चीजों को नहीं चाहते हैं उनके लिए खिचड़ी सबसे बेस्ट है। अक्सर ये देखा गया है कि लोग आटे से बनी चीजों को अपनी पसंद से या फिर किसी बीमारी के कारण नहीं काते हैं। उनके लिए खिचड़ी बेस्ट ऑप्शन है, क्योंकि खिचड़ी चावल और दाल से मिलकर बनती है और इन दोनों चीजों में ग्लूटेन नहीं होता। तो ये आपके शरीर के लिए फायदेमंद होती है और आप ग्लूटेन खाने से भी बच जाते हैं।
शरीर को डीटॉक्स करने में मददगार
लगातार मसालेदार खाना खा रहे हैं और उस से ब्रेक लेना चाहते हैं तो खिचड़ी सबसे बेहतर विकल्प है। बॉडी को डीटॉक्स करने के लिए चावल और दाल से बनी खिचड़ी की बजाय कुट्टू की खिचड़ी, साबूदाना की खिचड़ी, बाजरे की खिचड़ी, ओट्स खिचड़ी, मकई खिचड़ी या ब्राउन राइस खिचड़ी बनाएं। इस से शरीर डीटॉक्स हो जाता है। लगातार मसालेदार और तला भुना खाने के बाद पेट को भी आराम मिल जाता है।
खिचड़ी बनने में आसान
खिचड़ी का सबसे बड़ा फायदा ये है कि बेहद आसानी से बन जाती है। अगर आपको भूख लगी है और कुछ खाने को ना हो तो खिचड़ी बना कर खा सकते हैं। ये बहुत जल्दी बन जाती है। दो मिनट में मैगी का कॉन्सेप्ट तो बाद में आया है. खिचड़ी तो हमारी माताएं बहुत पहले से दो मिनट मं खिचड़ी बान कर हमें खिलाती रही हैं। तो खिचड़ी के इन फायदों के बारे में जानकर आप भी इसे खाना शुरू कर देंगे। यकीन मानिए शरीर के लिए ये बहुत जरूरी है।