बॉलीवुड का ‘गब्बर’ आज सुर्खियों में है, वजह है उनका जन्मदिन । क्या आप जानते हैं जिस रोल ने अमजद खान को इतनी बड़ी पहचान दी वो उसे सुनते ही घबरा गए थे ।
New Delhi, Nov 12 : सुपर-डुपर हिट ब्लॉकबस्टर हिंदी फिल्म’शोले’ के किरदार आज भी सबको मुंह जबानी याद हैं । फिल्म का एक-एक डायलॉग लोगों के जहन में आज भी जिंदा है । इस फिल्म में जय, वीरू,बसंती से लेकर कई किरदार थे । लेकिन ‘शोले’ लोगों को याद आती है गब्बर सिंह की वजह से । फिल्मों में अब तक ना ऐसा विलेन किसी ने देखा था और ना ही कभी नजर आएगा । लेकिन अमजद खान का सितारा जिस तरह चमका था वो उसी तरह डूब भी गया ।
77 साल के होते अमजद खान
बॉलीवुड का ‘गब्बर’ आज जिंदा होता तो 77 साल का होता । 12 नवंबर 1940 को अमजद खान का जन्म पेशावर में हुआ था । उनका फैमिली बैकग्राउंड अभिनय से जुड़ा था । दोनों भाई इम्तियाज खान और इनायत खान ने भी फिल्मों में किस्मत आजमाई थी । बॉलीवुड में विलेन के रूप में अपनी अलग पहचान बनाने वाले अमजद खान ने उस दशक के हर बड़े स्टार के साथ काम किया था । फिल्म में जितना मजबूत रोल हीरो का होता था उतना ही उनका किरदार भी गढ़ा जाता था ।
बाल कलाकार के तौर पर की शुरुआत
अमजद खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1951 में बतौर बाल कलाकार की थी । तब वो सिर्फ 11 साल के थे । पारिवारिक रूप से अभिनय के क्षेत्र में बढ़ावा मिलता रहा और वो इसके बाद भी कई फिल्मों में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आए । 1973 में अमजद युवा के रूप में फिल्मों में वापस लौटे । लेकिन उन्हें उनकी सबसे बड़ी पहचान जिस किरदार से मिली वो था ‘गब्बर’ का ।
1975 में आई ‘शोले’
अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, संजीव कपूर जैसे सितारों से सजी फिल्म में एक विलेन का रोल कितना स्टैंडआउट कर पाता । ये शायद किसी ने नहीं सोचा था । लेकिन अमजद खान ने इस रोल को ऐसा निभाया कि ‘गब्बर’ ‘शोले’ फिल्म का ट्रेडमार्क बन गया । कितने आदमी हैं से लेकर होल कब है जैसे डायलॉग्स ने उन्हें हमेशा के लिए अमर कर दिया ।
रोल सुनकर घबरा गए थे अमजद
बताया जाता है कि ‘शोले’ के ‘गब्बर’ के रूप में अमजद खान के नाम की पैरवी सलीम खान ने की थी । उन्होने ही रमेश सिप्प्ी को सलाह दी थी कि अमजद इसके लिए बेस्ट होंगे । इसके बाद जग अमजद को इस रोल की स्क्रिप्ट सुनाई गई तो घबरा गए । बहुत सोच विचार के बाद अमजद इस किरदार को करने के लिए तैयार हुए । इस रोल के लिए अमजद ने डाकुओं पर लिखी कई किताबें भी पढ़ीं ।
एक एक्सीडेंट ने बदल दी दुनिया
अमजद खान ने अगले कुछ सालों में कई सुपरहिट फिल्में दीं । लेकिन 1976 में हुए एक सड़क हादसे ने उनका पूरा करियर अर्श से फर्श पर पहुंचा दिया । एक फिल्म की शूटिंग के लिए गोवा जाते उनका भयानक एक्सीडेंट हो गया था । हादसे में उनकी 13 पसलियां टूट गई थीं । इलाज तो सफल रहा लेकिन इसके बाद अमजद परदे पर लंबे समय तक वापसी नहीं कर पाएं ।
दवाईयों का हुआ साइड इफेक्ट
एक्सीडेंट के बाद अमजद ठीक तो हुए लेकिन वो व्हीलचेयर पर आ गए । अपनी फिटनेस को लेकर कॉन्शियस रहने वाले अमजद खान अपनी सेहत के लिए कुछ नहीं कर पाए । दवाओं के चलते उनका वजन बढ़ता ही चला गया । चल-फिर ना पाने के चलते उनकी दिक्कतें बढ़ती चली गईं । बढ़ते वजन के चलते वो आगे भी फिल्मों में कम ही नजर आए ।
हार्ट अटैक से हुई मौत
अमजद की पत्नी शैला के मुताबिक वो कहा करते थे कि वो दुनिया से 5 मिनट में ही चले जाएंगे, किसी को कुछ पता नहीं चलेगा । हुआ भी कुछ ऐसा ही, 27 जुलाई 1992 की शाम उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ औश्र वो महज चंद मिनटों में इस दुनिया को छोड़कर चले गए । उनकी तबीयत एकदम ठीक थी, लेकिन होनी को कौन टाल सकता था ।
चाय के शौकीन थे ‘गब्बर’
अमजद खान चाय पीने के इतने शौकीन थे कि वो रोज 30 कप चाय पी जाया रकते थे । उन्होने एक बार फिल्म सेट दो भैंसे बांध दी थी । दरअसल सेट पर जब उन्हें चाय नहीं मिली तो उन्हें इसका कारण दूध खत्म होना बताया गया । बस इसी बात पर वो दो भैंसे ले आए और चाय वाले को सख्त हिदायत दी कि कुछ भी हो जाए उनके लिए चाय बनती रहनी चाहिए ।